वे बोले, और हंगामा
बीते साल हमारे देश के तमाम राजनेताओं की जुबान फिसली... एक बार नहीं बार-बार फिसली... छुटभैये तो छोड़ो दिग्गज भी, यहां तक कि प्रधानमंत्री तक अपनी जुबान नहीं संभाल पाए... और ऐसा बोल गए कि हंगामा हो गया... हो-हल्ला इतना हुआ कि निकलना मुश्किल हो गया, और निकले भी तो राह बदलकर... लेकिन, उनके बयान इतिहास में दर्ज हो गए... अब साल बीत गया है... अब हम उन बयानों की याद दिलाना चाहते हैं, जिन्होंने भारतीय राजनीति में खूब हंगामा किया... यहां तक कि इसे प्रभावित भी किया, पेश है बयानों का संक्षिप्त संग्रह...
यह मुंह खोले तो झूठ निकले
यह मुंह खोले तो झूठ निकले। यह किसके बारे में झूठ बोलता है?... यह आपके बारे में झूठ बोलता है। यूएस की कंपनी को 25 हजार डॉलर प्रतिदिन के हिसाब से दिए गए... गुजरात में केवल आधा फीसदी विकास हुआ है। नरेंद्र मोदी ने अपनी छवि(?) बनाने के लिए गुजरात के लोगों की खून-पसीने की कमाई एक अमेरिकी कंपनी को दी ताकि वह अपनी अच्छी छवि दिखा सकें। मोदी विकास पुरुष नहीं, बल्कि लहू पुरुष है। उनकी बुद्धि क्षमता माफिया डॉन दाऊद जैसी है।
मणिशंकर अय्यर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता
नई दिल्ली में 10 नवंबर, 2012
(2008 में मणिशंकर अय्यर ने मोदी की तुलना हिटलर से की थी। तब खूब बवाल मचा था। मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि 2002 के दंगों के दौरान अल्पसंख्यकों पर जुल्म ढाने के लिए बेरोजगार गरीबों को आगे कर दिया गया।)
मैं डेंगू मच्छर हूं
मैं डेंगू का मच्छर हूं। मैं कांग्रेस तथा भाजपा को काटूंगा। फिर ये सब मुश्किल में पड़ जाएंगे।
अरविंद केजरीवाल, इंडिया अगेंस्ट करेप्शन
नई दिल्ली में 10 नवंबर, 2012
(कानून मंत्री रहने के दौरान सलमान खुर्शीद ने भ्रष्टाचार मामले में अरविंद केजरीवाल का हमला मच्छर काटने जैसा बताया था।)
राम बुरे पति, लक्ष्मण और भी बुरे
भगवान राम बुरे पति थे। मैं राम को किसी भी तरह से पसंद नहीं करता। कुछ मछुआरों ने क्या कह दिया कि उन्होंने एक बेचारी महिला सीता को वनवास के लिए भेज दिया। लक्ष्मण तो राम से भी दो कदम आगे निकले। वह राम से भी अधिक बुरे थे। जब राम ने लक्ष्मण से सीता को खोजने के लिए कहा तो उन्होंने अजीब दलील दी कि सीता तो उनकी भाभी हैं। उन्होंने कभी उनके चेहरे की तरफ देखा ही नहीं। तब उन्हें पहचानेंगे कैसे और फिर उनको खोजेंगे कैसे?
अधिवक्ता राम जेठमलानी, वरिष्ठ भाजपा नेता
नई दिल्ली में 08 नवंबर, 2012 को महिला-पुरुष संबंधों पर किताब के विमोचन मौके पर
बड़े नेता खाली लफ्फाजी करते
दिल्ली में बैठे कांग्रेस के बड़े नेताओं की दुकान चकाचक चल रही है। कोई मंत्री बने बैठा है, तो कोई सांसद। हमारे बड़े नेता खाली लफ्फाजी करते हैं कि मिशन-2013 में हम जीतेंगे। लेकिन इन नेताओं को जमीनी हकीकत का पता नहीं है। जब इन्हें मध्य प्रदेश की खाक छानने के लिए कहा जाता है, तो वे एसी से बाहर कदम नहीं रखते। इन नेताओं की दुकान जल्द ही बंद होने वाली है। बस 2013 का इंतजार कीजिए। कांग्रेस कठिन दौर से गुजर रही है। इसके बावजूद हमारी पार्टी के बड़े नेता मुगालते में है। बीजेपी की स्थिति भी अच्छी नहीं है। उसके भी सब नेता बोगस हैं, लेकिन उन्हें आरएसएस का सपोर्ट है। आरएसएस के कार्यकर्ता गांव-देहात में चने खाकर भी मिशन 2013 के लिए जुट सकते हैं, जबकि हमारे नेता एसी से बाहर नहीं निकलते हैं।
सज्जन सिंह, कांग्रेस सांसद, देवास (मध्यप्रदेश)
नीमच में एक सभा के दौरान 10 नवंबर, 2012
सोनिया गांधी राष्ट्रमाता
जिस तरह महात्मा गांधी ने बड़े से बड़े पद स्वीकार नहीं किए, उसी तरह सोनिया गांधी जी ने भी प्रधानमंत्री का पद ठुकरा दिया। सास इंदिरा गांधी और इसके बाद पति राजीव की मौत के बाद उन्होंने पार्टी को संभाला। यदि महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं तो सोनिया गांधी राष्ट्रमाता हैं।
कांतिलाल भूरिया, कांग्रेस सांसद, मध्यप्रदेश
अपने बयान पर कायम
बंदर पेड़ पर बैठा है
नरेंद्र मोदी दिन शुरू होते ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को खुद के खिलाफ चुनाव लड़ने और जीत कर दिखाने की चुनौती देने लगते हैं। (एक कहानी के जरिए नरेंद्र मोदी पर चुटकी लेते हुए) ...बंदर पेड़ पर बैठा है। ऊपर बैठे-बैठे शेर को चुनौती देता रहता है, लेकिन नीचे नहीं उतरता। बंदर पेड़ पर बैठे-बैठे ही केशूभाई (केशूभाई पटेल) सरीखे पक्षियों को उड़ा कर मौज में रहता है। लेकिन शेर नीचे होने की वजह से वह उतर नहीं सकता।
अर्जुन मोढवाडिया, गुजरात कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष
चुनाव अभियान के दौरान सुरेंद्रनगर में, 08 नवंबर, 2012
...और एक यह चूहा
नरेंद्र मोदी खुद की तुलना सरदार बल्लभ भाई पटेल से करते हैं और खुद को पटेल बताते हैं। एक और वो पटेल साहब थे, जिन्होंने देश को जोड़ने का काम किया और एक और यह चूहा है जो देश को तोड़ने का काम कर रहा है।
हुसैन दलवी, कांग्रेस सांसद
चुनावी भाषण के दौरान
केवल बड़े घरों लड़कियां...
ग्रामीण महिलाओं को महिला आरक्षण विधेयक से फायदा नहीं होगा। क्योंकि वे संभ्रांत महिलाओं की तरह आकर्षक नहीं होती हैं। बड़े घरों की लड़कियां और महिलाएं केवल ऊपर जा सकती हैं। याद रखना, आपको मौका नहीं मिलेगा, हमारे गांव की महिला में आकर्षण इतना नहीं।
मुलायम सिंह यादव, समाजवादी पार्टी मुखिया
बाराबंकी में 9 नवंबर, 2012 को एक रैली के दौरान
(हालांकि, पार्टी ने सफाई दी कि मुलायम के कहने का मतलब शारीरिक लुभावनेपन से नहीं, बल्कि जनता के बीच एक राजनेता के रूप में आकर्षण से था।)
अच्छी प्रेमिका तो दुर्घटना
अच्छी मोटरसाइकल, अच्छा मोबाइल और अच्छी गर्लफ्रेंड हो तो दुर्घटना होना ही है।
डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़
(अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में 10 नवंबर, 2012 को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम विषय पर सेमिनार में)
केवल एक तमाचा
एक थप्पड़। बस, एक ही थप्पड़ मारा।
केंद्रीय मंत्री शरद पवार को एक व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारे जाने के बाद रालेगण सिद्धि गांव में अन्ना हजारे
चारों तरफ गधे
इधर गधे-उधर गधे, सब तरफ गधे ही गधे, अच्छे घोड़ों को नहीं घास और गधे खा रहे हैं च्यवनप्राश। यूपी में केवल कांग्रेस, बीएसपी और समाजवादी पार्टी की गरीबी घटी है।
-उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के औराई विधानसभा इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी
दाऊद, विवेकानंद का आईक्यू एक
अगर साइंटिफिक भाषा में हम कहें तो दाऊद इब्राहिम और स्वामी विवेकानंद का आईक्यू लेवल एक समान था। लेकिन एक ने इसे गुंडागर्दी में लगाया और दूसरे ने इसे समाजसेवा में लगाया।
-पुरुषों और महिलाओं के बीच भेदभाव के मुद्दे पर भोपाल में एक समारोह के दौरान नितिन गडकरी
समलैंगिकता एक रोग
समलैंगिकता एक रोग है जो अप्राकृतिक है और यह भारत के लिए ठीक नहीं है। समलैंगिक संबंध कहां बन रहे हैं इसकी पहचान करने में हम सक्षम नहीं हैं क्योंकि इसके बारे में काफी कम बताया जाता है। यह एक चुनौती है क्योंकि महिला यौन कर्मियों के मामलों में हम इस तरह के समुदाय की पहचान कर सकते हैं और उन तक पहुंच सकते हैं लेकिन पुरुषों के बीच शारीरिक संबंध का पता करने में मुश्किलें आ रही हैं।
-दिल्ली में एचआईवी पर सेमिनार के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद
50 करोड़ की गर्लफ्रैंड
इस देश में कभी किसी ने 50 करोड़ रुपये की गर्लफ्रैंड देखी है। पचास करोड़ की गर्लफ्रैंड...
हिमाचल में चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी
(इशारा शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर पर था।)
रेप कानून पर संशोधन पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की जरूरत नहीं है। वह प्रदर्शनकारियों से नहीं मिलेंगे। अगर हम इन सबसे मिलेंगे तो कल हमें माओवादियों से भी मिलना पड़ेगा।
-सुशील कुमार शिंदे
नई दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान
लोग भूल जाएंगे
कोयला खान आवंटन घोटाले को भी लोग कुछ दिनों बाद भूल जाएंगे। जिस तरह आम लोग बोफोर्स घोटाले को भूल गए हैं, उसी तरह कुछ समय बाद कोयला खान घोटाला भी भुला दिया जाएगा।
पुणे में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे
सोनिया को नहीं पता था
आतंकी अजमल कसाब को फांसी बेहद गोपनीय तरीके से दी गई। पूरी प्रक्रिया इतनी गोपनीय थी कि इसकी जानकारी किसी को नहीं थी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी नहीं... यहां तक कि सोनिया जी को भी नहीं
-कसाब को फांसी दिए जाने के बाद, सुशील कुमार शिंदे
(संसद के शीतकालीन सत्र में अपने भाषण के दौरान शिंदे ने कई बार कसाब के नाम के आगे श्री और मिस्टर जैसे आदरपूर्ण शब्द का इस्तेमाल किया, एक बार नहीं कई बार)
ठीक है...
दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म मामला गरमाने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संदेश की वीडियो रिकॉर्डिंग पूरा होने के बाद पूछा ‘ठीक है’। यह संदेश देश के तमाम समाचार चैनलों पर बिना संपादित ही चल गया। इन दो शब्दों के चलते सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री महोदय की काफी आलोचना हुई।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
पुरानी पत्नी में वह बात नहीं
नई-नई जीत और नई-नई शादी... इसका अपना अलग महत्व होता है... जैसे-जैसे समय बीतेगा, जीत की यादें पुरानी होती जाएंगी... जैसे-जैसे समय बीतता है, पत्नी पुरानी हो जाती है... और इसमें वह बात नहीं रहती...
-श्रीप्रकाश जायसवाल,
भारतीय टीम के टी-20 जीतने के बाद कानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान
मुलायम सठिया गए
मुलायम सिंह पगला गए हैं, सठिया गए हैं, दिल्ली में सरकार बनाने का सपना पूरा नहीं होगा।
-तीसरे मोर्चे की संभावना पर बेनीप्रसाद वर्मा
71 लाख रुपये छोटी रकम
सलमान खुर्शीद एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं। वह केंद्रीय मंत्री हैं। पूर्व में भी वह केंद्रीय मंत्री रहे। जब वह कह रहे हैं कि कोई घोटाला नहीं हुआ तो उनकी बात पर भरोसा करना चाहिए। मैं नहीं सोचता कि खुर्शीद जैसा व्यक्ति 71 लाख रुपये जैसी राशि के लिए कुछ भी करेगा। एक केंद्रीय मंत्री के लिए यह बहुत छोटी रकम है। हां, अगर यह 71 करोड़ की बात होती तो मैं खुद भी गंभीर होता।
सलमान के ट्रस्ट में घपले के बाद बचाव की मुद्रा में बेनी प्रसाद वर्मा
महंगाई बढ़ना अच्छी बात
महंगाई बढ़ना अच्छी बात है। मैं महंगाई बढ़ने से खुश हूं। तेल, सब्जियों, आटा आदि के दाम बढ़ना अच्छी बात है। यह किसानों के लिए फायदे की चीज है।
बेनीप्रसाद वर्मा
केवल भौंके नहीं
केजरीवाल एक पार्टी शुरू कर रहे हैं। मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। भारत में बहुदलीय व्यवस्था है तथा एक दल और आएगा। यह अच्छी बात है। लेकिन मैं उन्हें सलाह दूंगा। हर दिन केवल भौंके नहीं, बल्कि कभी बाघ की तरह दहाड़ें भी। हमेशा भौंकने वालों की कोई कीमत नहीं रहती।
-अरविंद केजरीवाल द्वारा किए गए खुलासों के बाद बेनी प्रसाद वर्मा
सब कुछ खुला है
पहले लड़के-लड़कियां अगर एक-दूसरे का हाथ पकड़ लेते थे तो उनके माता-पिता उन्हें पकड़ लेते थे, डांटते थे पर अब सब कुछ खुला है... खुले बाजार में खुले विकल्पों की तरह...
महिलाओं के साथ बढ़ते दुष्कर्म के मामलों पर ममता बनर्जी
पैसे पेड़ पर नहीं उगते
सरकार ने आर्थिक सुधारों के मद्देनजर जो फैसले लिए है उसका विरोध कुछ सियासी दलों द्वारा किया जा रहा है। जनता ने हमें दो बार जिताया है और यूपीए सरकार के कार्यकाल में देश के हर क्षेत्र का विकास हुआ है। लेकिन आम जनता को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। सरकार जनता पर बोझ नहीं डालना चाहती है, लेकिन पैसे कहां से लाएं, पैसे कोई पेड़ पर नहीं उगते है।
-रिटेल में एफडीआई और डीजल के दाम बढ़ने से मचे हंगामे के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
कसाब को फांसी, मोदी को क्यों नहीं
उस बच्चे अजमल कसाब को फांसी पर लटका दिया गया, ठीक किया। उसने दो सौ बेकसूर लोगों की जान ली थी। लेकिन, गुजरात में दो हजार मुसलमानों की हत्या के गुनहगार नरेंद्र मोदी को फांसी क्यों नहीं दी? पाकिस्तानी है तो हिंदुस्तानी को मारने पर फांसी। हिंदुस्तानी है तो हिंदुस्तानी को मारने पर देश की गद्दी... अगर देश में इंसाफ है तो कसाब की तरह मोदी को भी ऐसी सजा दी जाए।
-हैदराबाद में एक जलसे में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन पार्टी के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी
लड़कियां रंगी-पुती
वे (लड़कियां) मेकअप करके टीवी पर इंटरव्यू देने आती हैं। कैंडल लेकर मार्च करना आजकल की लड़कियों के लिए फैशन का एक काम बन गया है। वह दिन में अच्छे से तैयार होकर मार्च करने निकल जाती हैं और रात को वही लड़कियां डिस्को चली जाती हैं। यह लड़कियां सच्चाई से रूबरू नहीं हैं। इन्हें बस ऊपरी दिखावा करना आता है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सांसद पुत्र अभिजीत मुखर्जी
यह मुंह खोले तो झूठ निकले
यह मुंह खोले तो झूठ निकले। यह किसके बारे में झूठ बोलता है?... यह आपके बारे में झूठ बोलता है। यूएस की कंपनी को 25 हजार डॉलर प्रतिदिन के हिसाब से दिए गए... गुजरात में केवल आधा फीसदी विकास हुआ है। नरेंद्र मोदी ने अपनी छवि(?) बनाने के लिए गुजरात के लोगों की खून-पसीने की कमाई एक अमेरिकी कंपनी को दी ताकि वह अपनी अच्छी छवि दिखा सकें। मोदी विकास पुरुष नहीं, बल्कि लहू पुरुष है। उनकी बुद्धि क्षमता माफिया डॉन दाऊद जैसी है।
मणिशंकर अय्यर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता
नई दिल्ली में 10 नवंबर, 2012
(2008 में मणिशंकर अय्यर ने मोदी की तुलना हिटलर से की थी। तब खूब बवाल मचा था। मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि 2002 के दंगों के दौरान अल्पसंख्यकों पर जुल्म ढाने के लिए बेरोजगार गरीबों को आगे कर दिया गया।)
मैं डेंगू मच्छर हूं
मैं डेंगू का मच्छर हूं। मैं कांग्रेस तथा भाजपा को काटूंगा। फिर ये सब मुश्किल में पड़ जाएंगे।
अरविंद केजरीवाल, इंडिया अगेंस्ट करेप्शन
नई दिल्ली में 10 नवंबर, 2012
(कानून मंत्री रहने के दौरान सलमान खुर्शीद ने भ्रष्टाचार मामले में अरविंद केजरीवाल का हमला मच्छर काटने जैसा बताया था।)
राम बुरे पति, लक्ष्मण और भी बुरे
भगवान राम बुरे पति थे। मैं राम को किसी भी तरह से पसंद नहीं करता। कुछ मछुआरों ने क्या कह दिया कि उन्होंने एक बेचारी महिला सीता को वनवास के लिए भेज दिया। लक्ष्मण तो राम से भी दो कदम आगे निकले। वह राम से भी अधिक बुरे थे। जब राम ने लक्ष्मण से सीता को खोजने के लिए कहा तो उन्होंने अजीब दलील दी कि सीता तो उनकी भाभी हैं। उन्होंने कभी उनके चेहरे की तरफ देखा ही नहीं। तब उन्हें पहचानेंगे कैसे और फिर उनको खोजेंगे कैसे?
अधिवक्ता राम जेठमलानी, वरिष्ठ भाजपा नेता
नई दिल्ली में 08 नवंबर, 2012 को महिला-पुरुष संबंधों पर किताब के विमोचन मौके पर
बड़े नेता खाली लफ्फाजी करते
दिल्ली में बैठे कांग्रेस के बड़े नेताओं की दुकान चकाचक चल रही है। कोई मंत्री बने बैठा है, तो कोई सांसद। हमारे बड़े नेता खाली लफ्फाजी करते हैं कि मिशन-2013 में हम जीतेंगे। लेकिन इन नेताओं को जमीनी हकीकत का पता नहीं है। जब इन्हें मध्य प्रदेश की खाक छानने के लिए कहा जाता है, तो वे एसी से बाहर कदम नहीं रखते। इन नेताओं की दुकान जल्द ही बंद होने वाली है। बस 2013 का इंतजार कीजिए। कांग्रेस कठिन दौर से गुजर रही है। इसके बावजूद हमारी पार्टी के बड़े नेता मुगालते में है। बीजेपी की स्थिति भी अच्छी नहीं है। उसके भी सब नेता बोगस हैं, लेकिन उन्हें आरएसएस का सपोर्ट है। आरएसएस के कार्यकर्ता गांव-देहात में चने खाकर भी मिशन 2013 के लिए जुट सकते हैं, जबकि हमारे नेता एसी से बाहर नहीं निकलते हैं।
सज्जन सिंह, कांग्रेस सांसद, देवास (मध्यप्रदेश)
नीमच में एक सभा के दौरान 10 नवंबर, 2012
सोनिया गांधी राष्ट्रमाता
जिस तरह महात्मा गांधी ने बड़े से बड़े पद स्वीकार नहीं किए, उसी तरह सोनिया गांधी जी ने भी प्रधानमंत्री का पद ठुकरा दिया। सास इंदिरा गांधी और इसके बाद पति राजीव की मौत के बाद उन्होंने पार्टी को संभाला। यदि महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं तो सोनिया गांधी राष्ट्रमाता हैं।
कांतिलाल भूरिया, कांग्रेस सांसद, मध्यप्रदेश
अपने बयान पर कायम
बंदर पेड़ पर बैठा है
नरेंद्र मोदी दिन शुरू होते ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को खुद के खिलाफ चुनाव लड़ने और जीत कर दिखाने की चुनौती देने लगते हैं। (एक कहानी के जरिए नरेंद्र मोदी पर चुटकी लेते हुए) ...बंदर पेड़ पर बैठा है। ऊपर बैठे-बैठे शेर को चुनौती देता रहता है, लेकिन नीचे नहीं उतरता। बंदर पेड़ पर बैठे-बैठे ही केशूभाई (केशूभाई पटेल) सरीखे पक्षियों को उड़ा कर मौज में रहता है। लेकिन शेर नीचे होने की वजह से वह उतर नहीं सकता।
अर्जुन मोढवाडिया, गुजरात कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष
चुनाव अभियान के दौरान सुरेंद्रनगर में, 08 नवंबर, 2012
...और एक यह चूहा
नरेंद्र मोदी खुद की तुलना सरदार बल्लभ भाई पटेल से करते हैं और खुद को पटेल बताते हैं। एक और वो पटेल साहब थे, जिन्होंने देश को जोड़ने का काम किया और एक और यह चूहा है जो देश को तोड़ने का काम कर रहा है।
हुसैन दलवी, कांग्रेस सांसद
चुनावी भाषण के दौरान
केवल बड़े घरों लड़कियां...
ग्रामीण महिलाओं को महिला आरक्षण विधेयक से फायदा नहीं होगा। क्योंकि वे संभ्रांत महिलाओं की तरह आकर्षक नहीं होती हैं। बड़े घरों की लड़कियां और महिलाएं केवल ऊपर जा सकती हैं। याद रखना, आपको मौका नहीं मिलेगा, हमारे गांव की महिला में आकर्षण इतना नहीं।
मुलायम सिंह यादव, समाजवादी पार्टी मुखिया
बाराबंकी में 9 नवंबर, 2012 को एक रैली के दौरान
(हालांकि, पार्टी ने सफाई दी कि मुलायम के कहने का मतलब शारीरिक लुभावनेपन से नहीं, बल्कि जनता के बीच एक राजनेता के रूप में आकर्षण से था।)
अच्छी प्रेमिका तो दुर्घटना
अच्छी मोटरसाइकल, अच्छा मोबाइल और अच्छी गर्लफ्रेंड हो तो दुर्घटना होना ही है।
डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़
(अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में 10 नवंबर, 2012 को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम विषय पर सेमिनार में)
केवल एक तमाचा
एक थप्पड़। बस, एक ही थप्पड़ मारा।
केंद्रीय मंत्री शरद पवार को एक व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारे जाने के बाद रालेगण सिद्धि गांव में अन्ना हजारे
चारों तरफ गधे
इधर गधे-उधर गधे, सब तरफ गधे ही गधे, अच्छे घोड़ों को नहीं घास और गधे खा रहे हैं च्यवनप्राश। यूपी में केवल कांग्रेस, बीएसपी और समाजवादी पार्टी की गरीबी घटी है।
-उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के औराई विधानसभा इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी
दाऊद, विवेकानंद का आईक्यू एक
अगर साइंटिफिक भाषा में हम कहें तो दाऊद इब्राहिम और स्वामी विवेकानंद का आईक्यू लेवल एक समान था। लेकिन एक ने इसे गुंडागर्दी में लगाया और दूसरे ने इसे समाजसेवा में लगाया।
-पुरुषों और महिलाओं के बीच भेदभाव के मुद्दे पर भोपाल में एक समारोह के दौरान नितिन गडकरी
समलैंगिकता एक रोग
समलैंगिकता एक रोग है जो अप्राकृतिक है और यह भारत के लिए ठीक नहीं है। समलैंगिक संबंध कहां बन रहे हैं इसकी पहचान करने में हम सक्षम नहीं हैं क्योंकि इसके बारे में काफी कम बताया जाता है। यह एक चुनौती है क्योंकि महिला यौन कर्मियों के मामलों में हम इस तरह के समुदाय की पहचान कर सकते हैं और उन तक पहुंच सकते हैं लेकिन पुरुषों के बीच शारीरिक संबंध का पता करने में मुश्किलें आ रही हैं।
-दिल्ली में एचआईवी पर सेमिनार के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद
50 करोड़ की गर्लफ्रैंड
इस देश में कभी किसी ने 50 करोड़ रुपये की गर्लफ्रैंड देखी है। पचास करोड़ की गर्लफ्रैंड...
हिमाचल में चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी
(इशारा शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर पर था।)
रेप कानून पर संशोधन पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की जरूरत नहीं है। वह प्रदर्शनकारियों से नहीं मिलेंगे। अगर हम इन सबसे मिलेंगे तो कल हमें माओवादियों से भी मिलना पड़ेगा।
-सुशील कुमार शिंदे
नई दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान
लोग भूल जाएंगे
कोयला खान आवंटन घोटाले को भी लोग कुछ दिनों बाद भूल जाएंगे। जिस तरह आम लोग बोफोर्स घोटाले को भूल गए हैं, उसी तरह कुछ समय बाद कोयला खान घोटाला भी भुला दिया जाएगा।
पुणे में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे
सोनिया को नहीं पता था
आतंकी अजमल कसाब को फांसी बेहद गोपनीय तरीके से दी गई। पूरी प्रक्रिया इतनी गोपनीय थी कि इसकी जानकारी किसी को नहीं थी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी नहीं... यहां तक कि सोनिया जी को भी नहीं
-कसाब को फांसी दिए जाने के बाद, सुशील कुमार शिंदे
(संसद के शीतकालीन सत्र में अपने भाषण के दौरान शिंदे ने कई बार कसाब के नाम के आगे श्री और मिस्टर जैसे आदरपूर्ण शब्द का इस्तेमाल किया, एक बार नहीं कई बार)
ठीक है...
दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म मामला गरमाने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संदेश की वीडियो रिकॉर्डिंग पूरा होने के बाद पूछा ‘ठीक है’। यह संदेश देश के तमाम समाचार चैनलों पर बिना संपादित ही चल गया। इन दो शब्दों के चलते सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री महोदय की काफी आलोचना हुई।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
पुरानी पत्नी में वह बात नहीं
नई-नई जीत और नई-नई शादी... इसका अपना अलग महत्व होता है... जैसे-जैसे समय बीतेगा, जीत की यादें पुरानी होती जाएंगी... जैसे-जैसे समय बीतता है, पत्नी पुरानी हो जाती है... और इसमें वह बात नहीं रहती...
-श्रीप्रकाश जायसवाल,
भारतीय टीम के टी-20 जीतने के बाद कानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान
मुलायम सठिया गए
मुलायम सिंह पगला गए हैं, सठिया गए हैं, दिल्ली में सरकार बनाने का सपना पूरा नहीं होगा।
-तीसरे मोर्चे की संभावना पर बेनीप्रसाद वर्मा
71 लाख रुपये छोटी रकम
सलमान खुर्शीद एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं। वह केंद्रीय मंत्री हैं। पूर्व में भी वह केंद्रीय मंत्री रहे। जब वह कह रहे हैं कि कोई घोटाला नहीं हुआ तो उनकी बात पर भरोसा करना चाहिए। मैं नहीं सोचता कि खुर्शीद जैसा व्यक्ति 71 लाख रुपये जैसी राशि के लिए कुछ भी करेगा। एक केंद्रीय मंत्री के लिए यह बहुत छोटी रकम है। हां, अगर यह 71 करोड़ की बात होती तो मैं खुद भी गंभीर होता।
सलमान के ट्रस्ट में घपले के बाद बचाव की मुद्रा में बेनी प्रसाद वर्मा
महंगाई बढ़ना अच्छी बात
महंगाई बढ़ना अच्छी बात है। मैं महंगाई बढ़ने से खुश हूं। तेल, सब्जियों, आटा आदि के दाम बढ़ना अच्छी बात है। यह किसानों के लिए फायदे की चीज है।
बेनीप्रसाद वर्मा
केवल भौंके नहीं
केजरीवाल एक पार्टी शुरू कर रहे हैं। मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। भारत में बहुदलीय व्यवस्था है तथा एक दल और आएगा। यह अच्छी बात है। लेकिन मैं उन्हें सलाह दूंगा। हर दिन केवल भौंके नहीं, बल्कि कभी बाघ की तरह दहाड़ें भी। हमेशा भौंकने वालों की कोई कीमत नहीं रहती।
-अरविंद केजरीवाल द्वारा किए गए खुलासों के बाद बेनी प्रसाद वर्मा
सब कुछ खुला है
पहले लड़के-लड़कियां अगर एक-दूसरे का हाथ पकड़ लेते थे तो उनके माता-पिता उन्हें पकड़ लेते थे, डांटते थे पर अब सब कुछ खुला है... खुले बाजार में खुले विकल्पों की तरह...
महिलाओं के साथ बढ़ते दुष्कर्म के मामलों पर ममता बनर्जी
पैसे पेड़ पर नहीं उगते
सरकार ने आर्थिक सुधारों के मद्देनजर जो फैसले लिए है उसका विरोध कुछ सियासी दलों द्वारा किया जा रहा है। जनता ने हमें दो बार जिताया है और यूपीए सरकार के कार्यकाल में देश के हर क्षेत्र का विकास हुआ है। लेकिन आम जनता को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। सरकार जनता पर बोझ नहीं डालना चाहती है, लेकिन पैसे कहां से लाएं, पैसे कोई पेड़ पर नहीं उगते है।
-रिटेल में एफडीआई और डीजल के दाम बढ़ने से मचे हंगामे के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
कसाब को फांसी, मोदी को क्यों नहीं
उस बच्चे अजमल कसाब को फांसी पर लटका दिया गया, ठीक किया। उसने दो सौ बेकसूर लोगों की जान ली थी। लेकिन, गुजरात में दो हजार मुसलमानों की हत्या के गुनहगार नरेंद्र मोदी को फांसी क्यों नहीं दी? पाकिस्तानी है तो हिंदुस्तानी को मारने पर फांसी। हिंदुस्तानी है तो हिंदुस्तानी को मारने पर देश की गद्दी... अगर देश में इंसाफ है तो कसाब की तरह मोदी को भी ऐसी सजा दी जाए।
-हैदराबाद में एक जलसे में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन पार्टी के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी
लड़कियां रंगी-पुती
वे (लड़कियां) मेकअप करके टीवी पर इंटरव्यू देने आती हैं। कैंडल लेकर मार्च करना आजकल की लड़कियों के लिए फैशन का एक काम बन गया है। वह दिन में अच्छे से तैयार होकर मार्च करने निकल जाती हैं और रात को वही लड़कियां डिस्को चली जाती हैं। यह लड़कियां सच्चाई से रूबरू नहीं हैं। इन्हें बस ऊपरी दिखावा करना आता है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सांसद पुत्र अभिजीत मुखर्जी
लेबल: बयान, beni, comment.बेतुके बयान, naisansad, naisansal. संसद, sinde, soniya, sudheer, sudheer pal
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